बिलासपुर :- ब्राह्मण प्रीमियर लीग के आयोजकों की लापरवाही उस वक्त सरेआम उजागर हो गई जब खेल परिसर के भीतर कड़ी सुरक्षा तैनाती के बावजूद मारपीट की बड़ी घटना हो गई। सुरक्षा पर लाखों खर्च होने के दावों के बीच आरोपियों का परिसर में घुसना, गाली-गलौज करना और हमला करके निकल जाना इस बात का सीधा सबूत है कि आयोजकों की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह खोखली निकली।मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार सुरक्षा कर्मी मात्र दर्शक बने रहे ना रोक पाए, ना बचाव कर पाए, ना समय पर प्रतिक्रिया दे पाए। यह सवाल खड़ा हो गया है कि जब सुरक्षा इतनी सख्त बताई जा रही थी, तो फिर सच में सुरक्षित था कौन? खिलाड़ियों की जान से खिलवाड़ हुआ और आयोजनकर्ता पलक झपकते नज़र आए।

घटना ने साफ कर दिया है कि सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ दिखावे के लिए खड़ी की गई थी। चेकिंग नाकाम, निगरानी शून्य और नियंत्रण व्यवस्था पूरी तरह फेल,इन सबने मिलकर आयोजन की गंभीरता पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।

इस पूरे घटनाक्रम ने आयोजनकर्ताओं की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कड़े सुरक्षा का दावा करते हुए भी खिलाड़ियों की रक्षा न कर पाना सीधी लापरवाही नहीं, बल्कि पूर्ण विफलता है।
