

बिलासपुर :- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता त्रिलोक श्रीवास ने हाल ही में फैलाए जा रहे दुष्प्रचार को लेकर स्पष्ट किया है कि उनके कांग्रेस पार्टी से निष्कासन की खबरें पूरी तरह निराधार और असत्य हैं। उन्होंने कहा कि कुछ विरोधी राजनीतिक विद्वेष के कारण झूठी बातें फैला रहे हैं। मैं अब भी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग विभाग का राष्ट्रीय समन्वयक, कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सचिव और पीसीसी डेलिगेट (प्रदेश प्रतिनिधि) हूं।
त्रिलोक श्रीवास ने कहा कि उनके खिलाफ न तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी और न ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने किसी भी प्रकार की कार्रवाई की है। कुछ विरोधी तत्व जानबूझकर गलत प्रचार कर रहे हैं, ताकि उनकी राजनीतिक साख को नुकसान पहुंचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि जिला पंचायत चुनाव के दौरान जिला कांग्रेस द्वारा उनका निष्कासन संबंधी समाचार प्रकाशित किया गया था, जबकि जिला कांग्रेस को ऐसी कार्रवाई का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “मैंने कोई पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं की थी, बल्कि प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार मेरी धर्मपत्नी ने चुनाव लड़ा था।
त्रिलोक श्रीवास ने आगे बताया कि उनकी धर्मपत्नी ने सभी के सहयोग से भारी मतों से जीत हासिल की थी और इसके पंद्रह दिन बाद ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उन्हें जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद के लिए पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था। उन्होंने कहा कि इससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी ने न तो उनसे दूरी बनाई और न ही किसी स्तर पर कोई कार्रवाई की।